अजमेर।
शिक्षक दिवस के अवसर पर 4 सितम्बर 2025 को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में शिक्षक सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता जिला प्रमुख सुशिल कंवर पलाड़ा ने की।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से हुआ। इसके बाद सेन्ट्रल गर्ल्स विद्यालय और ईस्ट प्वाइंट विद्यालय की छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। जिला प्रमुख ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए ₹1100 की प्रोत्साहन राशि, प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए।
समारोह में शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 40 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि
मुख्य अतिथि: शक्ति सिंह राठौड़, संभागीय आयुक्त अजमेर
मुख्य वक्ता: पूर्व आईएएस रामपाल शर्मा
विशिष्ट अतिथि: कैलाश चंद शर्मा, सचिव माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
विशिष्ट अतिथि: समाजसेवी भंवर सिंह पलाड़ा
इस अवसर पर जिले के कई अधिकारीगण उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राम प्रकाश, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशा सहारण, लोकपाल (महानरेगा) सुरेश सिंधी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्सना रंगा, संयुक्त निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ. रुद्रा रेणु, संयुक्त निदेशक (कृषि) संजय तनेजा, संयुक्त निदेशक (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता) जयप्रकाश चारण, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) गोविंद नारायण शर्मा, अति जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शामिल रहे।
संबोधन
अपने संबोधन में जिला प्रमुख सुशिल कंवर पलाड़ा ने शिक्षकों को समाज और राष्ट्र की नींव बताया। उन्होंने कहा कि पंचायत राज एवं शिक्षा विभाग सदैव उनकी प्राथमिकता रहे हैं और लंबित प्रकरणों का निस्तारण त्वरित गति से किया गया है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को सुदृढ़ करने हेतु प्रत्येक जिला परिषद वार्ड क्षेत्र के विद्यालयों में दो-दो वाटर कूलर लगाने की घोषणा भी की।
संभागीय आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़ ने शिक्षकों को इस दिवस को आत्मावलोकन दिवस के रूप में मनाने का आग्रह किया और शिक्षा के स्तर को नई तकनीकों एवं संसाधनों के प्रयोग से और अधिक उन्नत बनाने पर बल दिया।
समाजसेवी भंवर सिंह पलाड़ा ने कहा कि शिक्षक यदि विद्यार्थियों को अपने पुत्र-पुत्री समान मानकर शिक्षा एवं संस्कार देंगे, तो निश्चित ही विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण होगा और देश का भविष्य उज्ज्वल बनेगा।

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