बीकानेर। कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का 62 वर्ष की उम्र में शुक्रवार देर रात निधन हो गया। लंबे समय से ब्रेन हैमरेज के कारण कोमा में चल रहे डूडी ने बीकानेर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
“किसान केसरी” के नाम से पहचान रखने वाले डूडी का जाना राजस्थान की राजनीति और किसान वर्ग दोनों के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, PCC चीफ गोविंद डोटासरा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया।
किसान वर्ग के लिए समर्पित जीवन
छात्र राजनीति से शुरुआत कर पंचायत समिति प्रधान, जिला प्रमुख, सांसद और विधायक से लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तक की यात्रा करने वाले रामेश्वर डूडी ने हमेशा किसानों और ग्रामीण अंचल की आवाज उठाई। उन्हें किसानों का सच्चा साथी और संघर्षशील नेता माना जाता था।
2023 से कोमा में थे
अगस्त 2023 में ब्रेन हैमरेज होने के बाद डूडी कोमा में चले गए थे। इलाज के लिए उन्हें जयपुर और दिल्ली ले जाया गया, जहां से कुछ समय पूर्व ही उन्हें बीकानेर लाया गया था। शुक्रवार देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
आज होगा अंतिम संस्कार
रामेश्वर डूडी मूल रूप से नोखा के रायसर गांव के रहने वाले थे। उनकी पत्नी सुशीला डूडी वर्तमान में नोखा से विधायक हैं। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर करीब 1 बजे बीकानेर स्थित जाट बगीची में किया जाएगा।
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