भीलवाड़ा | प्रतीक पाराशर ।
अतिवृष्टि से तबाह हुई फसलों का मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने आज जिला कलेक्टर कार्यालय का रुख किया। पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट किसानों और ग्रामीणों के बड़े समूह के साथ पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर शीघ्र मुआवजा दिलवाने की मांग की।
इस मौके पर रामलाल जाट ने भारतीय जनता पार्टी पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों के खेतों को मुआवजा प्रक्रिया में अलग इकाई के रूप में नहीं माना जाएगा, तब तक उन्हें सही लाभ नहीं मिलेगा। जबकि बीमा कंपनियां बीमा करवाते समय तो हर किसान से व्यक्तिगत प्रीमियम वसूलती हैं, लेकिन मुआवजा पूरे गांव या पंचायत स्तर पर तय किया जाता है।
जाट ने कहा कि कांग्रेस शासन में डिजिटल गिरदावरी की शुरुआत की गई थी और किसानों के लिए पारदर्शी व्यवस्था लागू करने का प्रयास किया गया था। वर्तमान में भीलवाड़ा सहित पूरे प्रदेश में बारिश से फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, लेकिन बीमा कंपनियों की प्रक्रिया में खामियों के कारण किसानों को राहत नहीं मिल पा रही।
उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, तब खेत को इकाई मानकर मुआवजा दिया जाएगा। तभी किसानों को वास्तविक लाभ मिल सकेगा। इस दौरान उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जागरूक होकर अपनी गिरदावरी दर्ज करवाएं, ताकि खराबे की सही रिपोर्ट सरकार तक पहुंच सके।
पूर्व मंत्री ने कहा कि देशभर में किसान लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार किसानों की पीड़ा को अनसुना कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस किसानों के अधिकार और मुआवजे की लड़ाई को जारी रखेगी।
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